कृष्ण कन्हैया, रास रचैया,मुरली मधुर सुनाओ। मन संताप मिटाओ,मुरली मधुर बजाओ।। कृष्ण कन्हैया, रास रचैया,मुरली मधुर सुनाओ। मन संताप मिटाओ,मुरली मधुर बजाओ।।
कान्हा की बंसी का सारा ब्रज है दिवाना। कान्हा की बंसी का सारा ब्रज है दिवाना।
आजा झलक दिखा जा तुझ संग हम भी भीग ले कितनी प्यारी यह रुत है कन्हैया आ जा अब तो आ जा तड़प रहे है... आजा झलक दिखा जा तुझ संग हम भी भीग ले कितनी प्यारी यह रुत है कन्हैया आ जा अब ...
छोटी सी जगह मुझको भी दे दे भटक रही हूँ बिना तेरे दर्शन। छोटी सी जगह मुझको भी दे दे भटक रही हूँ बिना तेरे दर्शन।
प्यार करूँ या पूजा, समझ में ही नहीं आता। मंदिर मैं जाती हूँ पूजा की थाली लेकर हाथ आगे ही नहीं बढ़ता प्यार करूँ या पूजा, समझ में ही नहीं आता। मंदिर मैं जाती हूँ पूजा की थाली लेकर हा...
होता है नत माथा। कान्हा गोकुल नाथा। होता है नत माथा। कान्हा गोकुल नाथा।